मप्र में डॉ. मोहन यादव की सरकार बनने के 12 दिन बाद सोमवार को पहला मंत्रिमंडल विस्तार हुआ। इसमें 28 विधायकों को मंत्री बनाया गया है। इनमें से 18 विधायकों को कैबिनेट और 10 विधायकों को राज्यमंत्री बनाया गया है। वहीं मंत्रिमंडल में इस बार मालवा-निमाड़ को कम प्रतिनिधित्व दिया गया है।
2018 में कमलनाथ सरकार में कांग्रेस ने मालवा निमाड़ के सबसे ज्यादा 9 विधायकों को मंत्री बनाया था। वहीं 2020 में शिवराज सरकार में बीजेपी ने मालवा निमाड़ के 8 विधायकों को मंत्री बनाया था। लेकिन इस बार मोहन सरकार में बीजेपी ने 7 विधायकों को ही मंत्री बनाया है। हालांकि बीजेपी ने मुख्यमंत्री और एक उप-मुख्यमंत्री मालवा-निमाड़ से ही बनाया है। बता दें कि 2013 में शिवराज सरकार में बीजेपी ने मालवा निमाड़ के 6 विधायकों को ही मंत्री बनाया था।
मोहन सरकार में इन्हें मिला मौका
मोहन यादव सरकार में इस बार मालवा-निमाड़ से 7 विधायकों को मंत्री बनाया गया है। जिसमें से एक विधायक इंदर सिंह परमार को प्रमोट करते हुए राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) से कैबिनेट मंत्री बनाया गया है। वहीं इस बार मालवा निमाड़ के इंदौर लोकसभा से कैलाश विजयवर्गीय और तुलसीराम सिलावट को, शाजपुर लोकसभा के शुजालपुर से इंदर सिंह परमार, खंडवा लोकसभा के हरसूद से विजय शाह को, रतलाम-झाबुआ के पेटलावाद से निर्मला भूरिया, लीराजपुर से नागर सिंह चौहान और रतलाम से चैतन्य कश्यप को मंत्री बनाया गया है।
नाथ सरकार में इन्हें मिली तवज्जो
जब कमलनाथ की सरकार बनी थी तब सबसे ज्यादा मंत्री मालवा निमाड़ से बनाए गए थे। कमलनाथ सरकार में खरगोन लोकसभा के महेश्वार से विजय लक्ष्मी साधो, कसरावद से सचिन यादव और राजपुर से बाला बच्चन, देवास लोकसभा के सोनकच्छ से सज्जन सिंह वर्मा, शाजापुर लोकसभा से हुकुम सिंह कराड़ा, इंदौर लोकसभा के सावेर से तुलसी राम सिलावट और राऊ से जीतू पटवारी, धार लोकसभा के गंधवानी से उमंग सिंघार और कुक्षी से सुरेंद्र सिंह बघेल को मंत्री बनाया गया था।
2013 में मालवा निमाड़ के 6 विधायक बने थे मंत्री
2013 की शिवराज सकार में बीजेपी ने मालवा निमाड़ के 7 विधायकों को मंत्री बनाया था। जिसमें कैलाश विजयवर्गीय, विजय शाह, अर्चना चिटनीस, पारस चंद्र जैन, अंतर सिंह आर्य, दीपक जोशी और बालकृष्ण पाटीदार शामिल थे।
बीजेपी ने तीन नेताओं का मंत्री पद
काटा मोहन सरकार के मंत्री मंडल विस्तार में बीजेपी ने इस बार मालवा निमाड़ के तीन विधायकों का मंत्री पद काटा है। जिसमें उषा ठाकुर, ओम प्रकाश सकलेचा और हरदीप सिंह डंग शामिल हैं।