अब बेकिंग पाउडर से चलेगी गाड़ियां और हवा में उड़ेंगे विमान! जानिए कैसे

Viral news : पेट्रोल-डीजल जैसे उपयोगी ईंधन की बढ़ती हुई मांग के बीच लगातार इनके विकल्पों पर वैज्ञानिक शोध कर रहे हैं। पेट्रोल डीजल सीएनजी के बाद एक ऐसा विकल्प आया है जो इलेक्ट्रिक वाहनों का है किंतु इसमें एक समस्या यह है कि बैटरी फिलहाल जो अलग ट्रिक विकल्प मार्केट में उपलब्ध है, वो लिथियम आयन बैटरी की मदद से चलते है। ऐसे में दिक्कत यह है कि दुनिया में लिथियम का भंडार बहुत सीमित है ऐसे में कोई दूसरा विकल्प क्या हो सकता है हाइड्रोजन या कुछ और?
महेश सड़क पर चलने वाले वाहनों की ही नहीं बल्कि विमानों के इंधन भी बहुत ज्यादा महंगे हो गए हैं वैज्ञानिक इसके विकल्पों पर काफी लंबे समय से विचार विमर्श कर रहे हैं ऑक्सफर्ड यूनिवर्सिटी में केमिस्ट्री के प्रोफेसर बिल डेविड ने इस दिशा में बेहद ही चौंकाने वाला दावा किया है उन्होंने बताया कि आने वाले वक्त में गाड़ियां बेकिंग पाउडर से भी चढ़ा जबकि विमान उड़ाने के लिए फ़र्टिलाइज़र सहायक होंगे।
मौजूदा वक्त में लिथियम आयन बैटरी नहीं ऑटो सेक्टर में बेहद क्रांति मचा रखी है। इन बैटरी की बदौलत विकल कंपनियां बड़े बड़े बदलाव कर रही है। इनकी चार्जिंग और एनर्जी स्टोरेज करने की कैपेसिटी अच्छी होने के चलते बाइक कार्य किसी भी वाहनों में इनका खूब प्रयोग हो रहा है। सबसे बड़ी दिक्कत यह है कि नित्यम का भंडार बेहद सीमित है दूसरी और कुछ कंपनियों को ऐसा लगता है कि एविएशन सेक्टर में हाइड्रोजन इंधन एक मुख्य विकल्प हो सकता है।
हालांकि भी कुछ ऐसी जटिलताएं हैं इसी को देखते हुए, अन्य विकल्पों की खोज की जा रही है। ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर डेविड ने दावा किया है कि आने वाले समय में बेकिंग पाउडर और फर्टिलाइजर भविष्य के ट्रांसपोर्टेशन में एक मुख्य भूमिका निभाएंगे। प्रोफेसर डेविड के दावे के मुताबिक इस चीज को बेहद गंभीरता से लिया जा रहा है ऐसे में 1980 में लिखे बैटरी का आविष्कार करने वाली टीम भी इसका एक मुख्य भाग है।
डेली मेल की रिपोर्ट के मुताबिक प्रोफेसर डेविड ने बताया कि गाड़ियां बेकिंग पाउडर से चलाई जा सकती है जबकि विमान फर्टिलाइजर की मदद से उड़ाए जा सकेंगे हालांकि इनका सीधा इस्तेमाल नहीं किया जाएगा बल्कि यह बैटरी बनाने में सहायक होगी। डेविड ने अमेरिकन एसोसिएशन फॉर द इन्वेस्टमेंट होम साइंस के वार्षिक सम्मेलन में यह बताया डेबिट को ऐसा लगता है कि पाया जाने वाला अमोनिया विमान में लगने वाला ईंधन का स्थाई निवारण हो सकता है।